साहित्य और सिनेमा पर महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी द्वारा सुरुचिपूर्ण परिसंवाद – GARVI GUJARAT
मुंबई की प्रमुख साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ज्ञान गंगोत्री काव्य मंच, जैन इंटरनेशनल विमेंस ऑर्गनाइजेशन (दक्षिण मुंबई) और महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में “साहित्य और सिनेमा” विषय पर आयोजित सुरुचिपूर्ण परिसंवाद में सिनेमा और साहित्य जगत की विभिन्न हस्तियों ने साहित्य और सिनेमा के अंतर्संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा की और कहा कि समाज को सही दिशा देने में दोनों की ही महत्वपूर्ण भूमिका है।
यह परिसंवाद बुधवार, 22 जनवरी, 2025 को मुंबई के गामदेवी स्थित शारदा मंदिर हायस्कूल के सभागार में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे और अकादमी की उपाध्यक्षा, ज्ञान गंगोत्री मंच की संस्थापिका एवं जैन इंटरनेशनल विमेंस ऑर्गनाइजेशन की अध्यक्षा डॉ. श्रीमती मंजू लोढ़ा की प्रमुख उपस्थिति में आयोजित किया गया। सिने जगत के सशक्त अभिनेता शिशिर शर्मा, फिल्म निर्माता और लेखक रवि यादव और बाल कलाकार अयान खान इस परिसंवाद में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। यह आयोजन साहित्य और सिनेमा के बीच सहज तालमेल का प्रमाण रहा, जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने कहानी कहने और सांस्कृतिक समृद्धि में उनकी साझा भूमिका पर सुरुचिपूर्ण वैचारिक अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। साहित्य और सिनेमा की दुनिया को एक छत के नीचे लाने वाले इस कार्यक्रम में विचारोत्तेजक चर्चा के अलावा तीन प्रभावशाली लघु फिल्मों के प्रदर्शन भी हुआ, जिन्हें सभी दर्शकों ने मुक्त कंठ से सराहा। इन फिल्मों में रवि यादव द्वारा निर्मित “हप्पन सांगवाला” और “भूख” तथा डिंपी अग्रवाल द्वारा निर्मित फिल्म “चश्मा” शामिल हैं। इस अवसर पर डॉ. श्रीमती मंजू लोढ़ा को शिक्षा और साहित्य को बढ़ावा देने में उनके असाधारण योगदान के लिए “ACE बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” द्वारा “राष्ट्रीय रिकॉर्ड” के अनूठे पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि साढ़े चार लाख से अधिक पुस्तकों के अपने बेजोड़ संग्रह के साथ श्रीमती मंजू लोढ़ा ने ज्ञान को आम लोगों तक पहुँचाने के लिए विभिन्न स्थानों पर भव्य पुस्तकालय, दो मोबाइल पुस्तकालय और कई छोटे पुस्तकालय स्थापित किये हैं। “ACE बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” संस्था की ओर से नेशनल जूरी मेम्बर डॉ. अनीता जैन द्वारा इस प्रतिष्ठित पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से श्रीमती मंजू लोढ़ा को सम्मानित किया गया, जिसके ज़रिये पढ़ने और सीखने के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने में डॉ. लोढ़ा की अटूट प्रतिबद्धता का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर कालजयी बॉलीवुड गायक स्व. मोहम्मद रफी की पुत्रवधू गायिका सुश्री फ़िरदौस, जैन इंटरनेशनल विमेंस ऑर्गनाइजेशन (दक्षिण मुंबई) की सचिव सुश्री इंदु खींवसरा, श्रीमती मीना अग्रवाल और महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के सदस्य प्रो. मार्कंडेय त्रिपाठी भी मौजूद थे। इस यादगार कार्यक्रम में डेढ़ सौ से अधिक महिलाओं सहित बड़ी संख्या में सिनेमा और साहित्य प्रेमी शामिल हुए।
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